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complete medieval history in hindi with pdf


       सम्पूर्ण मध्यकालीन भारत (712-1707 ) 

            
           




                  

भारत पर प्रथम  मुस्लिम (अरब)आक्रमण
मोहम्मद बिन कासिम (712-714)


धार्मिक ग्रन्थ           कुरान
क़ानूनी ग्रन्थ          सरियत
शिक्षायें।             हदीस
अंतिम खलीफा        तुर्की कमाल पासा
  •  अरब के खलीफा अल्हज़ाज़ का दामाद मोहम्मद बिन कासिम 712 ईo मे सिंध पर आक्रमण किया
  •  सिंध का शासक दाहिर था तथा इसकी राजधानी अरोर थी
  •  मोहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर सर्वप्रथम जजिया कर लगाया जो गैर मुसलमानों से लिया जाता है तथा विकलांग ,विधवा ,व ब्राह्मण से नहीं लिया जाता था 
  • इसने भारत में स्वर्ण सिक्के चलवाए जिन्हे दिरहम सिक्के कहते है

 किताब
 चरकसंहिता,पंचतंत्र (कलिलवादमीना)को अरबी में अनुवाद कराया
भारत पर प्रथम तुर्क आक्रमण---
  • भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम तुर्क आक्रमणकारी महमूद गजनवी था
गजनवी वंश------------
  • संस्थापक ------ अलप्तगीन
  • राजधानी ------- गजनी
  • शक्तिशाली ------- महमूद गजनवी (1000-1030)
  • पहला आक्रमण 1000 ईo  में पेशावर के शासक जयपाल पर किया  
  • 1001 में जयपाल को हराया 
  • 1006 ईo  में हिमांचल प्रदेश के नगरकोट पर आक्रमण किया
  • 1008 ईo में  जयपाल के बेटे ,आनंद पाल को हराया 
  • 1011-12 में इसने मथुरा और उज्जैन पर आक्रमण किया 
  • 1014 में स्थानेस्वर महादेव मंदिर (हरियाणा) पर आक्रमण किया और चक्रस्वामी (भगवन कृष्ण) की मूर्ति को खंडित किया  
  • महमूद गजनवी का भारत पर आक्रमण करने का उद्देश्य राज्य स्थापित न करना होकर धन लूटना था
  • उत्बी के अनुसार महमूद गजनवी के  आक्रमण करने का  उद्देश्य इस्लाम धर्म की स्थापना था
  •  हेनरी इलियर के अनुसार महमूद गजनवी 1000--1027 के बीच 17 बार आक्रमण किया
  • अलबरूनी महमूद गजनवी के साथ कन्नौज के आक्रमण के समय (चौदहवाँ 1018) भारत आया
  •  महमूद गजनवी का प्रमुख 16वा आक्रमण 1025 ईo में सोमनाथ मंदिर पर हुआ जहाँ का शासक सोलंकी वंशी भीमदेव I था
  • सोमनाथ मंदिर को पहली बार पत्थरो से भीम प्रथम ने  बनवाया था 
  •  सोमनाथ मंदिर गुजरात के पाटन में स्थित था महमूद गजनवी का भारत पर अंतिम आक्रमण 1027 ईo में  जाटों तथा खोखरो के मध्य हुआ
  •  महमूद गजनवी भारत के चंदेल वंशी शासक विद्याधर चंदेल को पराजित नही कर सका जिसकी   राजधानी खजुराहो (छतरपुर मo प्रo) थी
  • खजुराहो के मंदिर का निर्माण चंदेल शासको के द्वारा कराया गया
  •  1030 ईo में महमूद गजनवी की मृत्यु गजनी में हुआ
  • महमूद गजनवी सुल्तान और गाजी की उपाधि धारण करने वाला प्रथम शासक था 
दरबारी विद्वान
1. अलबरूनी  
2. उत्बी
3. फिरदौसी  
4. बैहाकी  
5. फ़राबी

  •  अलबरुनी -पुस्तक -किताब-ए-हिन्द /तहक़ीक़-ए-हिन्द 
  •  उत्बी-पुस्तक- चचनामा (पर्सियन भाषा )
  •  फिरदौसी -----  पुस्तक --- शाहनामा (शासक विशेसता )
  •  बैहाकी-पुस्तक - तारिक़-ए-सबुकदीन 
  •  फ़राबी ------- दार्शनिक

मध्यकाल ----
मुहम्मद गौरी --( 1175-1206)

  • मुहम्मद गौरी का भारत पर आक्रमण करने का उद्देश्य राज्य स्थापित करना था
  • मुहममद गौरी सर्वप्रथम 1175 ईo में मुल्तान के करमायी जाति के मुसलमानो पर आक्रमण किया

  • 1178 में इसने गुजरात पर आक्रमण किया 
  • मुहम्मद गौरी की भारत मे प्रथम पराजय 1178 ईo में गुजरात मे हुई जिसे मूलराज द्वितीय संरक्षिका नायिका देवी ने पराजित किया
  • 1179 में इसने सिंध और कश्मीर पर आक्रमण किया 

तराइन का प्रथम युद्ध -- ( 1191 ईo)

  • दिल्ली तथा अजमेर के चौहान वंश शासक पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गौरी को पराजित किया जो भारत मे इसकी दूसरी पराजय थी

तराइन का द्वितीय युद्ध -- (1192 ईo)

  • इस युद्ध मे मुहम्मद गौरी ने पृथ्वी राज चौहान को पराजित कर दिल्ली पर अधिकार किया
  • 1192 में ख्वाजा मुइनुद्दीन चिस्ती ने अजमेर में अपनी कुटिया बनाई 

चन्दावर का युद्ध -- (1194 ईo)

  •  मुहम्मद गौरी कन्नौज के गहड़वाल वंशी शासक जयचंद्र को पराजित कर कन्नौज पर अधिकार कर लिया
  •  मुहम्मद गौरी का भारत मे अंतिम आक्रमण 1205 ईo में  खोक्खरो तथा जाटो के बीच हुआ   जिन्हें जीतकर वापस लौटते समय सिंध के दयमक नामक स्थान पर 1206 ईo में मुहम्मद गौरी की हत्या कर दी
  •  मुहम्मद गौरी के दास बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्वविद्यालय पर आक्रमण कर जीत लिया
  •  नालंदा विश्वविद्यालय भारत का सबसे प्राचीनतम विश्वविद्यालय है
  •  बख्तियार खिलजी सेन वंशी शासक लक्ष्मण सेन को पराजित किया जिसकी राजधानी नादिया थी



              दिल्ली सल्तनत (1206-1526)

1.गुलाम वंश(1206-1290)
क़ुतुबुद्दीन ऐबक (1206-10)

  • इसकी पहली राजधानी लाहौर थी 
  • शासक बनने के बाद इसने जनता में लाखो रुपये का दान किया इसलिए लाहौर की जनता ने इसे लाखबक्श की उपाधि दी 
  • ऐबक का मतलब चन्द्रमा का देवता होता है
  • यह इतिहास का एकलौता शासक था जिसने कभी सिंघासन का इस्तेमाल नहीं किया 
  • इसने अपने गुलाम इल्तुतमिश को बंदायू का राज्यपाल नियुक्त किया 
  • 1210 में चौगान (पोलो) खेलते समय घोड़े से गिरकर इसकी मृत्यु हो गई 
  • इसका मकबरा लाहौर में है 
  • 1210 में इसका बेटा आरामशाह गद्दी पर बैठा 
  • 1211 में इल्तुतमिश ने आरामशाह की मृत्यु की और गुलाम वंश का अगला शासक बना  

2.इल्तुतमिश -- (1211-1236)

  • इल्तुतमिश दिल्ली का वास्तविक संस्थापक था यह दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाला प्रथम मुसलमान था ,कुतुबुद्दीन ऐबक ने इल्तुतमिश को दास के रूप में खरीदा जो उसका दामाद का सूत्रदार बना
  • यह भारत का शासक  था ,क्योंकि इसे सुल्तान की उपाधि खलीफा से प्राप्त हुई थी ।आखिरी सुल्तान इब्राहिम था 
  • 1205 में यलदौज ने इल्तुतमिश पर आक्रमण किया और तराईन का तीसरा युद्ध लड़ा गया ,इस युद्ध में इल्तुतमिश ने याल्दौज को पराजित किया 
  • 1221 में चंगेज खा (तैमुचिन) का आक्रमण हुआ 
  • इल्तुतमिश ने चांदी और तांबे के सिक्के चलवाया जिसमें चांदी के सिक्के को टका तथा तांबे को जितल कहा जाता था 
  • इल्तुतमिश ने इक्ता प्रथा की शुरुआत की थी 
  • 1229 में इल्तुतमिश ने कुतुबमीनार का निर्माण पूरा करवाया तथा इसने अपनी राजधानी को लाहौर से दिल्ली स्थानंतरित किया 
  • इल्तुतमिश ने अपना उत्तराधिकारी अपनी बेटी रजिया को घोषित किया 
  • 1236 में इल्तुतमिश की मृत्यु हो गई 
  • इसका मकबरा दिल्ली के कुतुबमीनार परिसर में है 
  • 1236 में इल्तुतमिश की घोषणा के विरूद्ध जाकर इसका बड़ा बेटा रुकनुद्दीन फिरोजशाह सिंहासन पर बैठा 

मंगोल  आक्रमण-(1221 ईo)
  •  मंगोल मंगोलिया के गोबी के मरुस्थल में निवास करते थे जिसका प्रमुख नेता चंगेज खां जलालुद्दीन मकबरनी का पीछा करते हुए भारत आया जो प्रथम मंगोल आक्रमण था
  •  इल्तुतमिश  को 1229 ईo में अरब के खलीफा अलमुत्तसिर विल्लाह से उपाधि प्राप्त हुई और सुल्तान की मान्यता मिली
  •  इल्तुतमिश अपने स्वामी कुतुबुद्दीन ऐबक से पहले 1205 ईo में दस्ता से मुक्त प्राप्त किया
  •  इल्तुतमिश चालीसा दल (तुर्कान ए चिल्लगानी) की स्थापना किया जो चालीसा गुलाम सरदारो का समूह था
  •  इल्तुतमिश ग्वालियर विजय के समय गियासुद्दीन बलबन को दास के रूप में खरीदा
  •  1236 ईo सिंध विद्रोह को दबाते समय तीव्र ज्वर  के कारण इल्तुतमिश की मृत्यु हुई
  •  इक्ता सिस्टम की सुरुआत इल्तुतमिश ने किया
  •  चांदी का टंका , तांबा , या पीतल - जीतल नामक मुद्राएं इल्तुतमिश ने किया
  •  अतरकींन का दरवाजा नामक दरवाजा इल्तुतमिश ने जोधपुर में बनवाया
  •  इल्तुतमिश ने कुतुबमीनार पूर्ण करवाया 
  •  भारत मे सर्वप्रथम मकबरा  सुल्तानगड़ी
  • अपनी पुत्र की याद में दिल्ली में बनवाया जो अष्टभुजकार मकबरा है
  •  इल्तुतमिश बंदायू में समसी ईदगाह तथा शम्सी हौज ( तालाब) का  निर्माण करवाया
  • इल्तुतमिश की पुत्री रजिया सुल्ताना 1236-1240 ईo शासन किया जो दिल्ली की गद्दी पर बैठने वाली प्रथम तथा अंतिम महिला शासिका थी
  •  मुईजुद्दीन बहराम शाह ने एक नवीन पद नाइब एमाम लीक़ात का सृजन किया
  •  नसीरुद्दीन महमूद कुरान की आयत तथा टोपी सिलकर अपनी आजीविका चलाता था , जिसकी हत्या गियासुद्दीन बलबन ने किया
रजिया सुल्तान  (1236-40)

  • यह दिल्ली की प्रथम और एकमात्र महिला शासक थी 
  • इसने एतगीन को बंदायू का इक्तेदार तथा अल्तूनिया को भटिंडा का एक्तेदार बनाया
  • याकूत खान (रजिया सुल्तान का प्रेमी) को अमीर - ए - आखुर (शाही अस्तबल का मंत्री) बनाया गया
  • 1240 में अल्तूनिया ने रजिया सुल्तान के खिलाफ विद्रोह किया 
  • अल्तूनिया ने याकुत खान की हत्या की और रजिया सुल्तान को कैद कर लिया 
  • इस विद्रोह के बाद 1240 में दल चालीसा (बहरामशाह) ने रजिया सुल्तान और अल्तूनिया की हत्या कैथल में की
  • रजिया सुल्तान का मकबरा हरियाणा के कैथल में है 
बहरामशाह (1240-42)

नसीरुद्दीन महमूद (1246-1265)
  • इसने बलबन को  वजीर नियुक्त किया और बलबन को उलूम खां की उपाधि दिया
गियासुद्दीन बलबन (1265 - 1285 ईo)
  • वास्तविक नाम----- बहाउद्दीन
  • वंशज -----------अफराशियाब ( शाहनामा का नायक )
  • दास   -------  इल्तुतमिश ( जमालुद्दीन बसरी से खरीदा )
  • रीति रिवाज----–-- सिजदा तथा पायबोस
  • त्योहार ----------झरोखा दर्शन , नौरोज
  • गियासुद्दीन बलबन ने नासिरुद्दीन महमूद की हत्या कर गद्दी पर बैठा
  • भारत में गैर इस्लामिक (ईरानी प्रथा) सिजदा तथा पायबोस की सुरुआत बलबन ने किया
  • बलबन ने इल्तुतमिश द्वारा स्थापित चालीसा दल (तुर्कान ए चिलगानी ) को नष्ट कर दिया
  • बलबन दिल्ली के स्थित मेवातियों को समाप्त करने के लिए लौह रक्त की नीति अपनाई
  • भारत मे सर्वप्रथम सैन्य विभाग दीवान ए अर्ज की स्थापना बलबन के द्वारा की गई
  • बलबन ने नवरोज त्यौहार को मनाने की शुरुआत की। फ़ारसी नववर्ष को ही नवरोज कहते है 
  • नवरोज त्यौहार को अंग्रेजो द्वारा समाप्त किया था 
  • 1207 में मंगोलो का तीसरी बार आक्रमण हुआ। और इस आक्रमण में बलबन का बेटा शहजादा मोहम्मद मारा गया 
  • 1287 में अपने बेटे की मृत्यु से दुखी होकर बलबन की मृत्यु हो गई 
  • बलबन का मकबरा दिल्ली में है 

कैकुबाद (1287-1290) 

  • कैकुबाद ने कीलुगड़ी (कलोखरी) नामक महल निर्माण कराया और मलिक फिरोज को शाइस्ता खाँ की उपाधि दिया
  • मलिक फिरोज ने कैकुबाद का विश्वास जीतकर पंजाब का इक़्तेदार बन गया 
  • मलिक फिरोज ने 1290 में कैकुबाद की हत्या कराकर क्यूमर्स को गद्दी पर बैठाया 
  • 1290 में क्यूमर्स को मलिक फिरोज द्वारा गद्दी से हटाया गया  
  • जलालुद्दीन खिलजी ने कैकुबाद तथा क्युमर्स की हत्या कर खिलजी वंश की स्थापना की, यह तुर्क का था 
खिलजी वंश ( 1290 - 1320 ईo)

जलालुद्दीन फिरोज खिलजी -(1290-96)

संस्थापक ------  जलालुद्दीन खिलजी (1290- 1296 ईo
  • वास्तविक नाम ----- मालिक फिरोज था 
  •  1293 में इसने देवगिरि के शासक रामचंद्र देव पर आक्रमण किया। यह दक्षिण भारत में मुसलमानो का पहला आक्रमण था 
  • जलालुद्दीन फिरोज खिलजी का भतीजा अलाउद्दीन खिलजी(अली गुरशस्य)कड़ा (कौशाम्बी ,उत्तर प्रदेश)का इक़्तेदार था 
  • 1296 में मंगोलो का चौथी बार आक्रमण हुआ। और इस अभियान पर जलालुद्दीन खिलजी ने अलाउद्दीन को भेजा 
  • अलाउद्दीन ने इस आक्रमण में मंगोलो को पराजित किया 
  • मंगोलो के 2000 सैनिक  दिल्ली में ही रुक गए और जलालुद्दीन ने इनका धर्म मुस्लिम में बदलवा दिया और दिल्ली में इनके रहने के लिए एक शहर मुगलपुर बसाया और यही नवीन मुस्लिम कहलाए
  • ये 2000 सैनिक बौद्ध धर्म के अनुयायी थे 
  • 1296 में अलाउद्दीन ने जलालुद्दीन खिलजी की हत्या कराई और दिल्ली का अगला सुल्तान बना

अलाउद्दीन खिलजी (1296 - 1316 ईo

  • अलाउद्दीन खिलजी 1296 ई0 में जलालुद्दीन खिलजी की हत्या कर दिल्ली की गद्दी पर बैठा
  • धर्म को राजनीति से अलग करने  वाला उलेमान को संरक्षण प्रदान न करने वाला शासक   अलाउद्दीन खिलजी था
  • अलाउद्दीन खिलजी के समय सर्वप्रथम नवीन मुसलमानो का विद्रोह हुआ जो लूट के धन में प्राप्त हिस्सा का कारण था
  • अलाउद्दीन खिलजी लूट का धन (ख़ुम्स) में 20% भाग सैनिको को देकर स्वयं 80% भाग प्राप्त किया
  • अलाउद्दीन खिलजी घरी (घरो पर कर)एवं करही(दुधारू पशुओं पर कर ) नामक दो नवीन कर लगाए इसने राजस्व का 50% भाग प्राप्त किया
  • अलाउद्दीन खिलजी ने घोड़ो को दागने तथा सैनिको की हुलिया ( दाग एवं चेहरा प्रणाली) लिखवाने की सुरुआत किया
  • अलाउद्दीन खिलजी ने गुप्तचरों (बरीद) की व्यवस्था की तथा स्थाई सेना रखा
  • सल्तनत काल मे स्थाई सेना रखने की शूरुआत अलाउद्दीन खिलजी ने किया
  • अलाउद्दीन खिलजी ने शराब पर प्रतिबंध लगाया तथा स्वयं शराब पीना छोड़ दिया
  • अलाउद्दीन खिलजी के दरबार मे हाजिमौला निवास करता था जिसने विद्रोह किया
  • अलाउद्दीन खिलजी मंगोलो से बचने के लिए रक्त और तलवार की नीति अपनाई तथा सीरी का किला बनवाया

आक्रमण ----

  • अलाउद्दीन खिलजी 1297 ई0 में गुजरात के शासक रायकर्ण को पराजित किया तथा एक दास मलिककाफूर को 1000 दीनार में खरीदा
  • अलाउद्दीन रणखम्भौर शासक हमीरदेव को पराजित किया
  • अलाउद्दीन खिलजी मेवाड़ के शासक रतन के शासक को पराजित कर चित्तौड़ का नाम के खिज्राबाद रखा
  • राणा रतन सिंह की पत्नी पद्मावती थी
  • इस आक्रमण के समय अमीर खुसरो उपस्थित था
  • अमीरखुसरो निजामुद्दीन औलिया का शिष्य था और इन दोनो ने दिल्ली के साथ सुल्तानों के शासक को देखा
  • अमीरखुसरो को भारत को तोता (तुतिये ए हिन्द) कहा जाता है
  • अलाउद्दीन खिलजी के समय दक्षिण भारत अभियान उसके प्रमुख सरदार मलिककाफूर ने किया
  • अलाउद्दीन खिलजी ने देवगिरि के शासक रामचंद्र को रायरायन की उपाधि दिया
  • तेलंगाना के ताकती वंशज शासक प्रतापरुद्र देव ने मलिक काफिर कोहिनूर हीरा भेंट दिया
  • मलिककफुर पांड्य राज्य को नही जीत सका , यहाँ से सर्वाधिक धन प्राप्त किया जिसकी राजधानी मदुरा थी
  • अलाउद्दीन खिलजी की प्रमुख विशेषता बाजार व्यवस्था थी जो सैनिक कल्याण के लिए था
  • बाजार व्यवस्था के लिए अलाउद्दीन खिलजी दीवान ए रियासत द्विभाग की रियासत किया
  • बाजार का प्रमुख अधिकारी शहना ए मंडी होता था
  • अलाउद्दीन खिलजी ने राजस्व व्यवस्था के लिए दीवान ए मुस्तखराज विभाग की स्थापना किया
  • अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु 1316 ई0 में जलोधर रोग के कारण हुई
  • अलाउद्दीन खिलजी ने शीरी का किला तथा हज़ार सितुन महल (हज़ार खंभो का महल) का निर्माण अलाउद्दीन खिलजी ने कराया
  • हौज ए अलाई तथा कुतुबमीनार के चारो ओर दीवार का निर्माण करवाया

मुबारक शाह खिलजी(1316 - 1320 ई0)

  • मुबारक खिलजी ने स्वयं को खलीफा (अलइमाम, उलइमान) घोषित किया
  • जियाउद्दीन बर्नी के अनुसार मुबारक खाँ स्त्रियों का वस्त्र धारण कर दरबार करता था
  • मलिक खुसरव  ने मुबारक खां की हत्या कर नसीरुद्दीन शाह गद्दी पर बैठा और पैगम्बर का सेनापति की उपाधि धारण किया
  • गियासुद्दीन तुगलक ने इसके विरुद्ध इस्लाम का शत्रु , इस्लाम ख़तरे में का नारा दिया और पराजित कर दिल्ली की गद्दी पर बैठा
  • हिन्दू माता से उत्पन्न दिल्ली के सुल्तान नासिरुद्दीन खुसराव शाह , गियासुद्दीन तुगलक , फिरोज शाह तुग़लक , सिकंदर लोदी थे

तुगलक वंश ----(1320 - 1414 ई0)
गियासुद्दीन तुगलक (1320-1325)

  • संस्थापक --------------- गियासुद्दीन तुगलक
  • वास्तविक नाम ----गाजी मलिक 
  • गियासुद्दीन तुगलक ने सैनिक  सुधार के लिए सैनिक वेतन रजिस्टर का निर्माण करवाया। 
  • गियासुद्दीन तुगलक ने राजस्व कर को एक वर्ष में 1/10 या  1/11 से अधिक न बढ़ाने का आदेश दिया। 
  • सल्तनत काल में सर्वप्रथम नहरों का निर्माण गियासुद्दीन तुगलक ने करवाया। 
  • गियासुद्दीन तुगलक दिल्ली के पास अफगानपुर नामक नगर बसाया। 
  • गियासुद्दीन तुगलक बंगाल से निजामुददीन औलिया को दिल्ली छोड़ने का आदेश दिया। जिसके उत्तर में निजामुददीन औलिया ने कहा " दिल्ली अभी दूर है "
  • 1325 ईo में अफगानपुर में लकड़ी के महल के निचे दबने के कारण गियासुद्दीन तुगलक की मृत्यु हो गई। इस भवन का निर्माण जमुना खां के आदेश पर मुहम्मद अय्याज़ ने बनवाया। 

  • गियासुद्दीन तुगलक ने अफगानपुर  में तुगलकाबाद नामक किले का निर्माण करवाया। 
मुहम्मद बिन तुगलक (1325-1351)ईo 
  • वास्तविक नाम -- जौना खां 
  • उपाधि -- उलूम खां 
  • सर्वाधिक शिक्षित शासक ,योग्यता या समानता के आधार पर पद वितरण , धार्मिक सहिष्णु शासक। 
  • मुहम्मद बिन तुगलक हिन्दुओ का त्यौहार होली मानता था तथा रंग खेलता था। 
  • मुहम्मद बिन तुगलक के दरबार में जिनप्रभसूरी जैन विद्वान निवास करते थे 
  • मुहम्मद बिन तुगलक के समय तीन इतिहासकार जियाउद्दीन बरनी , इमामी तथा इब्नबतूता निवास करते थे 
  • फतुह उस सलातीन इमामी की पुस्तक है 
  • इब्नबतूता मुरक्को (अफ्रीका) का निवासी था ,जो 1333 ईo में मुहम्मद बिन तुगलक समय भारत आया 
  • इब्नबतूता ने रेहला नामक पुस्तक लिखी 
  • एलफिस्टन के अनुसार मुहम्मद बिन तुगलक में कुछ पागलपन का अंश था। 
  • मुहम्मद बिन तुगलक में इब्नबतूता को दिल्ली का काजी नियुक्त किया।
  • बरनी के अनुसार मुहम्मद बिन तुगलक में कुछ विरोधी तत्वों का मिश्रण था। 



मुहम्मद बिन तुगलक की योजनाये--

  •  दो आब में कर वृद्धि ----1325- 26 ई0
  •  राजधानी परिवर्तन -----1326 -27 ईo
  •  सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन - 1329 -3०  ईo
  •  खुरशान अभियान - 1335 ईo 
  •  कराचिल अभियान -- 1337-38 ईo  
दो अब में कर वृद्धि -

  • अलाउद्दीन खिलजी के बाद 50% राजस्व वसूल करने वाला यह सल्तनत काल दूसरा शासक था ,लेकिन लगातार आकाल पड़ने के कारण उसकी योजना सफल न हो सकी। 
  • मोहम्मद बिन तुगलक ने कृषि ऋण (सोंधर) देने की सुरुआत किया और ऋण पंजिका बनवाई।
  • मोहम्मद बिन तुगलक ने कृषि विभाग दीवान ए अमीर कोही विभाग की स्थापना किया।



राजधानी परिवर्तन -
  • मुहम्मद बिन तुगलक ने अपनी राजधानी दिल्ली से देवगिरि (दौलताबाद) स्थानांतरित किया
  • मुहम्मद के समय माबर (मदुरा -चेन्नई ) में प्लेग रोग फैलने के कारन इसने अपनी राजधानी पुनः दिल्ली को बसाया। 
सांकेतिक  मुद्रा का प्रचलन -
  • मुहम्मद बिन तुगलक ईरान और चीन से प्रभावित होकर सोने के स्थान पर तांबे या पीतल के सांकेतिक सिक्के चलवाये। लेकिन भाव में कमी होने के कारण इसे बंद करना पड़ा 
खुरशान अभियान 
  • खुरशान अभियान वर्तमान अफगानिस्तान का क्षेत्र है , जहा मुहम्मद बिन तुगलक ईरान के शासक के संयोग
कराचिल अभियान 
  • यह वर्तमान का कुमायु क्षेत्र है इस अभियान के समय बर्फ़बारी होने के कारण मुहम्मद बिन तुग़लक़ की समस्त सेना मारी गई। 
  • सल्तनत काल मे सर्वाधिक विद्रोह मुहम्मद बिन तुगलक के समय हुआ,सर्वप्रथम विद्रोह बंगाल में हुआ
अन्य तथ्य -
  • मुहम्मद तुगलक के समय 1336 ई0 में हरियर और बुक्का नामक दो भाइयों ने विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किया
  • हरियर और बुक्का के गुरु के नाम विद्यारव्य था इनकी राजधानी हस्तिनावती(हम्पी) (कर्नाटक) थी तुंग भद्रा नदी के तट पर स्थित था
  • विजयनगर साम्राज्य का सर्वाधिक शक्तिशाली शासक कृष्णदेव राव था जिसके दरबार मे आठदिग्गज निवास करते थे
  • कृष्णदेव  राय के समय पुर्तगाली यात्री डोमिगोपायस तथा डावर्तो बार बोसा भारत आये
  • निकोलो कोटिं नामक इटलवली(इटली) यात्री देवराय । के दरबार मे आया
  • पुर्तगाली यात्री अब्दुल रज्जाक देवराय द्वितीय के समय भारत आया
  • कृष्ण देव राय ने संस्कृत में जाम्बवती कल्याणम तथा तेलुगू भाषा में अमुक्त माल्यद नामक पुस्तक लिखी
  • विजयनगर साम्राज्य में चार राजवंश 
   1 संगम वंश
   2 तुलुव वंश
   3 सुलुव वंश
   4 अरावीडूवंश
  • अलाउद्दीन बहमनशाह (हासनगंगू) ने 1347 ई0 में बहमनी वंश की स्थापना की
  • 1351 ई0 में सिंध के विद्रोह को दबाते समय भट्टा नामक स्थान पर मुहम्मद बिन तुगलक की मृत्यु हो गई
  • अब्दुलकादिर बदायूँनी के अनुसार अंततः सुल्तान को अपनी प्रजा से तथा प्रजा को सुल्तान से मुक्ति मिली
  • अब्दुलकादिर बदायूंनी ने रामायण का राम्यनामा तथा महाभारत का रज्यनामा  फ़ारसी में अनुवाद किया

फिरोजशाह तुगलक (1351 - 1388 ई0)
  • वास्तविक नाम --- फखरुद्दीन 
  • उपाधि   -----दिल्ली सल्तनत काल का अकबर
  • सल्तनत काल मे दो बार राज्याभिषेक कराने वाला शासक फिरोजशाह तुगलक था
  • फिरोजशाह तुगलक ने कुतुबुद्दीन ऐबक को छोड़कर मोहम्मद तुगलक तक के सभी शासको का नाम अपने कुत्बे में पढ़ाया। 
  • फिरोजशाह तुगलक गद्दी बैठने के समय 24 करो को समाप्त किया तथा  शरीयत के अनुसार केवल चार राजस्व कर वसूला
  • फिरोजशाह तुगलक ने जहाँगीर प्रथा की शुरुआत किया तथा मृत्यु को माफ़ कर दिया 
प्रमुख कर
  • खराज --- राजस्व / भूमिकर
  • ख़ुम्स ---  लूट का धन 20% स्वयं 80% सैनिक
  • जकात --- मुसमानों से लिया जाने वाला कर
  • जजिया --- गैर मुसलमानो या हिन्दुओ पर कर 
  • सल्तनत काल मे सर्वप्रथम हब ए शर्ब (सिचाई कर) फिरोजशाह तुगलक ने वसूल किया
  • तुगलक वंश वजारत  ( वजीर ) का स्वर्ण काल था
  • फिरोजशाह तुगलक का प्रधानमंत्री मलिक मकबूल दक्षिण भारत का ब्राह्मण जिसका वास्तविक नाम करनफूल था
लोक कल्याणकारी कार्य
  • दीवान ए बन्दगांन की स्थापना -- दास विभाग(1 लाख 80 हज़ार दास )
  • दीवान ए खैरात ------दान विभाग (मुस्लिम लड़कियों के विवाह की व्यवस्था)
  • दीवान ए इस्तहाक --- पेंशन विभाग
  • दारुल - शफा(शिफाखाना) ---- चिकित्सालय
  • सल्तनत काल का सर्वाधिक भ्रष्ट शासक फिरोजशाह तुगलक था
  • फिरोजशाह तुगलक ने दिल्ली में रोजगार दफ्तर की स्थापना की
  • फिरोजशाह तुगलक अपने भाई मोहम्मद बिन तुगलक की याद में जौनपुर नगर बसाया , इसके अतिरिक्त भतेहाबाद ,फिरोजाबाद , हिसाद , फिरोजशाह कोटला, फिरोजपुर की स्थापना किया
  • फिरोजशाह ने जलघड़ी , नक्षत्र घड़ी ,तास घड़ियाल का अविष्कार कराया
  • फिरोजशाह तुगलक  ने टोपरा(हरियाणा) तथा मेरठ से अशोक के स्तम्भ को दिल्ली लाया
  • फिरोजशाह तुगलक ने दिल्ली की महिलाओं को दिल्ली से बाहर मजारो पर जाने से रोक दिया
  • फिरोजशाह तुगलक ने अद्धा , विख , तथा शंसगनी नामक सिक्के चलवाये
  • फिरोजशाह तुगलक ने जगन्नाथ मंदिर तथा कांगड़ा के ज्वालामुखी मंदिर ( जम्मू कश्मीर) को लूटकर नष्ट कर दिया 
  • सल्तनत काल के किसानों के ऋण को माफ करने वाला पहला शासक फिरोजशाह तुगलक था
शिक्षा एवं साहित्य
  • तारीखे ए फिरोजशाही --- जियाउद्दीन बरनी
  • तारीखे ए फ़िरोजशाही --  शम्से सिराज अफीफ
  • फतुहात ए फ़िरोजशाही --- फ़िरोजशाह तुगलक(आत्मकथा)
  • दलायले ए फिरोजशाही (यह दर्शन एवं नक्षत्र विज्ञान का फ़ारसी अनुवाद था) ----- अजीजुद्दीन फिरमानी
  • तुगलक वंश का अंतिम शासक  नसिरुद्दीन मोहम्मद तुगलक था इसके समय भारत पर तैमूर  आक्रमण (1398 ई0) जिसकी सहायता दियालपुर के सरदार खिज्र खान ने किया
सैय्यद वंश (1414- 1451 ई0)
  • संस्थापक - खिज्रखान
  • उपाधि -- रैयत ए आला
  • अब्बास खाँ शेरवानी ने तारीखे ए मुबारक शाही की रचना की 
  • कुतुबुद्दीन ऐबक के बाद यह दिल्ली एकमात्र शासक था जिसने सुल्तान की उपाधि नहीं ली थी 
सैय्यद वंश के शासक --
  • खिज्रखाँ
  • मुबारक शाह
  • मुहम्मद शाह
  • अलाउद्दीन आलम शाह 
  • दियालपुर के सरदार बहलोल लोदी ने अलाउद्दीन हसन शाह के प्रधानमंत्री अमीद खां को पराजित कर दिल्ली पर अधिकार कर लिया और एक नए वंश की स्थापना किया
लोदी वंश (1451--1526 ई0)

  • संस्थापक - बहलोल लोदी (1451-1489  ई0 )
  • निवासी - अफगानिस्तान 
  • सल्तनत काल का अंतिम शासक लोदी वंश था जिसकी स्थापना बहलोल लोदी ने किया था
  • लोदी अफगानिस्तान के सहखेर शाखा से संबंधित थे
  • बहलोल लोदी अपने सरदारो को मसनद -ए-अली पुकारता था 
  • सल्तनत काल मे सर्वाधिक समय तक शासन बहलोल लोदी ने किया था
  • बहलोल लोदी , बहलोली नामक सिक्का चलाया जो अकबर के समय तक विनिमय का माध्यम था
सिकन्दर लोदी (1489-1517 ई0)
  • वास्तविक नाम - निजाम खाँ
  • सिकंदर लोदी हिन्दू माता से उत्पन्न सल्तनत काल का अंतिम सुल्तान था 
  • सल्तनत काल में हिन्दू माता से उत्पन्न कुल चार सल्तनत हुए 
  • 1.नासुरुद्दीन अलाउद्दीन खिलजी 
  • 2.गियासुद्दीन तुगलक 
  • 3.फिरोजशाह तुगलक 
  • 4.सिकंदर लोदी 
  • सिकंदर लोदी ने भूमि सुधार के लिए "गज ए सिकंदरी " का अविष्कार कराया
  • सिकंदर लोदी 1504 ई0 में आगरा नगर की स्थापना कराया और दिल्ली से आगरा को राजधानी बनाया
  • सिकंदर लोदी ने मुस्लिम महिलाओं को सूफी संतों के मजारो पर जाने से रोक दिया
  • सिकंदर लोदी ने मुहर्रम के त्यौहार पर ताजिया निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया
  • [फरहंगे ए सिकंदर शाही ---- औषधि शास्त्र (आयुर्वेद)】
  • 【लज्जत ए सिकंदर शाही ---- साहित्य】
  • {संस्कृत --------------------------------फ़ारसी}
  • सिकंदर लोदी की मृत्यु गले के कैंसर कर कारण हुई

इब्राहिम लोदी (1517-1526 ई0)
  • सल्तनत काल तथा लोदी वंश का अंतिम शासक इब्राहिम लोदी था
  • सल्तनत काल का प्रथम शासक इब्राहिम लोदी था जो युद्ध मे मारा गया
  • इब्राहिम लोदी और राणासांगा के मध्य 1517-18 ई0 में खतौली का युद्ध हुआ जिसमें इब्राहिम पराजित हुआ
  • इब्राहिम लोदी के चाचा आलम खाँ लोदी तथा पंजाब  का गवर्नर  दौलत खाँ लोदी एवं राणा सांगा ने बाबर को भारत मे आमंत्रित किया
  • 21 अप्रैल 1526 ई0 को बाबर ने पानीपत के प्रथम युद्ध में  इब्राहिम लोदी को पराजित कर उसकी हत्या  की और बाबर ने मुगल वंश की स्थापना की 
  • इब्राहिम लोदी का मकबर
 मुगल वंश (1526-1858 ई0)
  • संस्थापक ---- बाबर
  • वास्तविक नाम --- जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर
  • उपाधि ----- कलंदर
  • जन्म---- 14 फवरी 1483 ई0
  • पिता---- उमर शेख मिर्चा (तैमूर वंश का 5वा वंशज)
  • माता ----कुतलुग निगार खानम (चंगेज खा का 14वा वंशज )
  • राज्याभिषेक ----------11 वर्ष (1994 ई0)
  • राज्य --------- फरगना (ईरान) अदीजन्द
  • पत्नी ------- माहम बेगम , गुलरुख बेगम , दिलदार अगाची
  • पुत्र------- हुमायु कामरान , हिंदालब, असकरी
  • पुत्री------ गुलबदन बेगम (हुमायूंनामा)
  • आत्मकथा------बाबरनामा/तुजुकबाबरी(भाषा तुर्की)
  • पद्म शैली ---------- मुबइयान
  • बाबर के आक्रमण के समय भारत मे पांच मुस्लिम राज्य तथा दो हिन्दू राज्य थे
  • बाबर ने भारत का सबसे शक्तिशाली शासक विजयनगर के कृष्णदेव राय  को बताया
पानीपत का प्रथम युद्ध ---( 21 अप्रैल 1526 ई0)
  • यह युद्ध बाबर तथा इब्राहिम लोदी के मध्य हुआ इसे भारत मे तोपो का प्रथम युद्ध कहा जाता है
  • बाबर की सेना में मुहम्मद अली  तथा मुहम्मद मुस्तफा तोपची थे
  • बाबर इस युद्ध मे उस्मानी तथा तुग़लमा युद्ध पद्धति का सहारा लिया
  • पानीपत के विजय के बाद बाबर, सैनिको को एक एक स्वर्ण सिक्का दान किया और कलंदर कहलाया
  • बाबर ने भारत मे राहदारी तथा पानदारी नामक कर को समाप्त कर दिया
  • बाबर के आक्रमण के समय भारत में दो हिन्दू राज्य और पांच मुस्लिम राज्य हुआ करते थे 
  • हिन्दू राज्य -- मेवाड़ (राणासांगा)
  •            विजयनगर(कृष्ण्देवराज)
  • मुस्लिम राज्य - दिल्ली , गुजरात , मालवा , बंगाल , बहमनी वंश (दक्षिण भारत)  
  • बाबर ने विजयनगर तथा कृष्ण देवराज को भारत का सबसे सबसे शक्तिशाली शासक बतया  
खानवा का युद्ध - (17 मार्च 1527 ई0)
  • खानवा का युद्ध राणासांगा और बाबर कर मध्य हुआ
  • बाबर ने खानवा के युद्ध को जेहाद (धर्म युद्ध) युद्ध घोषित किया
चंदेरी का युद्ध -(29 जनवरी 1528 ई0)
  • इस युद्ध मे बाबर ने मालवा के शासक वेदनीराय को पराजित किया
घाघरा का युद्ध -(6 मई 1529 ई0)
  • इस युद्ध को जल थल का युद्ध कहा जाता है  यह बाबर तथा अफगान (महमूद लोदी) के मध्य हुआ
  • इब्राहिम लोदी की माता के द्वारा दिये गए  जहर के कारण 26 दिसम्बर 1530 ई को मृत्यु हो गई
  • बाबर को सर्वप्रथम आगरा के अरामबाग में दफनाया गया उसके बाद उसकी कब्र काबुल बनाई गई
हुमायूं ( 1530--1540) -(1555-1556)
  • नाम --- नासिरुद्दीन मुहम्मद हुमायु
  • हुमायु के राज्याभिषेक का विरोध मेहंदी ख़्याजा ने किया
  • हुमायु ज्योतिष में विश्वास करता था और अफीम का सेवन करता था
  • हुमायु और महमूद लोदी के मध्य 1532 ई0 में गोमती नदी के तट पर दोहरिया का युद्ध हुआ जिसमे हुमायु विजयी हुए
  • हुमायु 1539 ई0 बंगाल की राजधानी गौड़ का नाम बदलकर जनताबाद रखा
  • हुमायु को मेवाड़ की रानी (कर्णवती)- कर्मवती राज्य की रक्षा के लिए राखी भेजी
  • हुमायु और शेरखां के मध्य 26 जून 1539 ई0 के मध्य चौसा का युद्ध हुआ जिसमें हुमायु पराजित हुआ
  • 17 मई 1540 ई0 को शेरखां ने हुमायु को कन्नौज या विलग्राम के युद्ध मे पराजित कर भारत से बाहर कर दिया
  • हुमायु हिन्दाल के गुरु मीर अली अकबर की पुत्री हमीदा बनो बेगम से विवाह किया जो शिया मत को मानती थी
  • हुमायु ने अपना निर्वासित जीवन  सिंध के अमरकोट के शासक राणावीरशाह में महल में बिताया 
  • 15oct 1542 ई0 राणाविरशाल  के महल में अकबर का जन्म हुआ , हुमायु कस्तूरी बाटकर जन्मोत्सव मनाया
  • हुमायु ईरान के शासक शाहतहमास्क से सैनिक सहायता प्राप्त कर सूरवंश के अंतिम शासक सिकंदर शाह सूरी को पराजित कर दिया और भारत पर आक्रमण कर लिय
  • मच्छिवाणा का युद्ध - 15 मई 1555 ई0
  • सरहिन्द का युद्ध - 22 जून 1555 ई0
  • हुमायु ने  दिल्ली के पास 1577 ई0 दीनपनाह नामक नगर बसाया ,जहा शेरशाह सूरी ने शेर -ए-मंडल नामक पुस्तकालय बनवाया
  • जनवरी 1556 ई0 में पुस्तकालय की सीढ़ियों से  गिरने के कारण हुमायु की मृत्यु हो गई
  • लेनपुन के अनुसार हुमायु आजीवन लड़खड़ाता रहा और लड़खड़ाते ही लड़खड़ाते ही मर गया
  • हुमायु का मकबरा दिल्ली में है जिसे हुमायु की पत्नी ने बनवाया
  • हुमायु के मकबरे को किसी पत्नी द्वारा पति को दिया गया खिराज (उपहार ) कहा जाता है
  • हुमायु कर मकबरे को ताजमहल की पूर्वगामी इमारत कहा जाता है
  • मुगल काल मे चित्रकला की सुरुआत हुमायु के समय हुई
इसके  प्रमुख चित्रकार ---
  • 1. मीर सैय्यद अली
  • 2. अब्दुल समद
  • हुमायु ने दिल्ली में मीना बाजार की सुरुआत करवाई
सूरी वंश (1540-1555)
  • इसका संस्थापक शेरशाह सूरी था 
शेरशाह सूरी (1540-1545)
  • इसका जन्म 1489 में पंजाब के होशियारपुर में हुआ था ,इसके बचपन का नाम फरीद था 
  • इसके पिता हसन खान जौनपुर के जमींदार थे 
  • इसकी प्रारंभिक शिक्षा जौनपुर में हुई थी 
  • शिक्षा पूर्ण करने के बाद फरीद बहारखान लोहानी (बिहार का शासक) का अंगरक्षक बना 
  • बहार खान लोहानी ने फरीदको शेरखान की उपाधि दी  
  • बहार खान लोहानी की मृत्यु के बाद फरीद ने बहार खान की पत्नी से निकाह कर बिहार पर राज्य करना शुरू किया 
  • शेरशाह सूरी ने भारत की सबसे प्रसिद्ध सड़क शेरशाह शाह सूरी मार्ग सोनार गांव से पेशावर तक निर्माण कराया
  • 1700 सराय का निर्माण बस सड़क पर कराया 
  • कोसमीनार का निर्माण तथा हर 2 मील पर पत्थर लगवाया 
  • वर्तमान में अमृतसर से कोलकाता तक है 
  • इसके द्वारा चलवाये गए सिक्के को रूपया कहां जाता था जो चांदी के थे और ताम्बे के सिक्के चलवाये जिन्हे दाम कहा जाता है 
  • इसी ने ही अपने शासन काल में डाक सेवाओं का प्रचलन करवाया 
  • इसने हुलिया दाग प्रथा को भी अपनाया था 
  • इसी के शासनकाल में मलिक मोहम्मद जायसी ने पद्मावत उपन्यास लिखा 
  • 1545 में कालिंजर अभियान पर उम्का अस्त्र (तोप का गोला) चलाने के कारण इसकी मृत्यु हो गई 
  • इसका मकबरा बिहार के सासाराम में है जो उसने खुद खुद बनवाया 
  • इसके तीन उत्तराधिकारी हुए -
  • इस्लाम शाह सूरी 
  • आदिल शाह सूरी 
  • सिकंदर सूरी 
  • आदिलशाह सूरी का प्रधानमंत्री हेमू था 
  • दिल्ली के सिंघासन पर बैठने वाला अंतिम हिन्दू शासक हेमू था 
अकबर -(1556-1605 ई0)
  • वास्तविक नाम ---- जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर
  • जन्म ----- 15 अक्टूबर 1542
  • स्थान----- अमरकोट ( राणा विरसाल का महल )
  • माता ----- हमीदा बनो बेगम
  • धाय माँ ------- माहम अनगा/ जीजी अनगा
  • राज्याभिषेक ------- 14 feb 1556 (14 वर्ष)
  • स्थान------ कलानौर गुरदासपुर (पंजाब)
  • संरक्षक------ बैरम खाँ
  • पत्नी - रुकैया बेगम / जोधाबाई
  • पुत्र - सलीम (जहांगीर)
  • मुगल वंश में अकबर अनपढ़ शासक था
  • अकबर गाजे का नशा करता था और नक्कारा बजाता था
  • हुमायु की मृत्यु के बाद उसके प्रतिरूप के रूप में मुल्ला दाऊद बेकसी जनता दर्शन के लिए दिखाया जाता था
  • बिहार के शासक आदिल शाह सूरी का सेनापति हेमू (हेमचंद्र) दिल्ली आगरा पर अधिकार कर लिया और 14वा विक्रमादित्य की उपाधि धारण किया
  • दिल्ली की गददी पर बैठने वाले अंतिम हिन्दू  शासक हेमू था
पानीपत का द्वितीय युद्ध -(5 nov 1556)
  • यह युद्ध अकबर , बैरम खाँ और हेमू के बीच हुआ ,जिसमे अकबर विजयी हुआ
  • बैरम खाँ की हत्या गुजरात के पाटन में मुबारक खान ने किया
बैरम खां का संरक्षण काल -(1556-60)
  • अकबर ने बैरम खां 1560 ईo में मक्का जाने का आदेश दिया ,जहा गुजरात के पाटन में मुबारक खां ने हत्या कर दी 
  • अकबर बैरम खां की पत्नी सलीमा बेगम तथा पुत्र अब्दुल रहीम को दिल्ली बुलाया ,और सलीमा बेगम से विवाह कर लिया 
  • अकबर के नौ रत्नों में हिंदी के प्रसिद्ध कवि अब्दुल रहीम खानखाना (रहीमदास) सम्मिलित थे ,जो बैरम खां के पुत्र थे 
  • 1560-1564 ई0 तक के अकबर के शासन को परदा शासन या पेटिकोट शासन कहते है इस समय अकबर पर माहम अंगा और जीजी अंगा का प्रभाव था
  • माहम अंगा ने दिल्ली में खैरुअल मुजहिंन नामक मस्जिद का निर्माण करवाया
  • 1562 -------दास प्रथा का अंत
  • 1563----–------तीर्थयात्रा की समाप्ति
  • 1564------–-----जजिया कर समाप्त
  • अकबर ने सुलह कुल तथा रोटी बेटी की नीति अपनाई
अकबर का आक्रमण
  • अकबर सर्वप्रथम 1561 ई0 में आधम  खाँ के नेतृत्व में मालवा पर आक्रमण किया
  • अकबर 1562 ई0 में आमेर के शासक बिहारीमल (भारमल) की पुत्री जोधाबाई (हरखाबाई,मरियम उज्जमानी) से विवाह किया
  • अकबर 1564 ई0 में गोंडवाना (गङकटंगा) की राजधानी चौरागढ़ को जीत लिया ,जहा की शशिका रानी दुर्गावती पुत्र वीरनारायण था
  • अकबर 1568 ई0 में मेवाड़ की राजधानी चित्तौड़ को जीत लिया , जहा का शासक राणाउदय सिंह था
  • राणा प्रताप तथा मानसिंह (अकबर) के बीच 18 जून 1576 ई0 को प्रसिद्ध हल्दीघाटी का युद्ध हुआ जिसमे राणाप्रताप पराजित हुआ जिसका बचपन का नाम कीका था तथा उसके घोड़े का नाम चेतक था
  • अकबर का सर्वाधिक तीव्रगामी अभियान गुजरात 1572-73 ई0 में हुआ ,जहा अकबर सर्वप्रथम पुर्तगलियो से मिला और समुन्द्र विहार किया
  • अकबर गुजरात से टोडरमल को प्राप्त किया जिसने गुजरात मे सर्वप्रथम स्थाई बंदोबस्त की सुरुआत किया , अकबर का राजस्व मंत्री टोडरमल था
  • अकबर गुजरात विजय के बाद फतेहपुर के पास बुलंददरवाजा का निर्माण करवाया
  • अकबर 1581 ई0 में काबुल का अभियान किया ,जहा की शासिका  बख्तून्निसा बेगम को बनाया ,जो अकबर की चचेरी बहन थी
  • अकबर के समय अहमद नगर की शाशिका चाँदबीबी थी
  • खान देश को दक्षिण भारत का प्रवेश द्वार कहा जाता है , यहा  कि राजधानी बुरहानपुर थी
  • अकबर असीरगढ़ के किले को सोने की चाबियों से खोला था
  • अकबर के समय कुल 15 प्रान्त थे जिसमें 3  प्रान्त दक्षिण के थे
  • यूसुफ जाइयो के विद्रोह को दबाते समय वीरबल की मृत्यु (1581)हो गई
  • 1599 ई0 में सलीम (जहाँगीर ) अकबर के विरुद्ध युद्ध किया और 1602 ई0 में वीर सिंह बुन्देल के द्वारा अबुफजल की हत्या करवा दी
  • 24 oct 1605 ई0 को अतिसार (पेचिश) नामक  रोग होने के कारण अकबर की मृत्यु हो गई
  • अकबर का मकबरा आगरा के सिकंदरा में है
धर्म साहित्य और कला
  • धर्म - अकबर इस्लाम धर्म के सुन्नी संप्रदाय का अनुयायि था , लेकिन यह धार्मिक  सहि्णुता को मानता था 
  • अकबर के दरबार में रहने वाले धार्मिक प्रमुख
  • जैनधर्म--------जिन प्रभु सूरी, हरिविजय सूरी
  • पारसी-----------मेहर दस्तूर जीराणा, स्तुलादान,झरोखा दर्शन ,नौरोज त्योहार 
  • सूफीसंत---------ख्वाजा मुईनुद्दीन चिस्ती(अजमेर)
  •               सलीम चिश्ती -(फतेहपुर सीकरी)
  • ईसाई----रुडोल्फ अकाविवा,फादर मांसेरात
  • हिन्दुधर्म----------पुरुषोत्तम तथा देवी 
  • सिख - अमरदास तथा रामदास 
  • अकबर शिकार खेलने तथा मांस कहने पर प्रतिबंध लगा दिया 
  • अकबर दरबार मे 24 घंटे दीपक जलाने का आदेश दिया गया (पारसीधर्म)
  • भारत मे सर्वप्रथम ईसाई मिशनरियो आगमन  अकबर के समय हुआ 
  • अकबर होली , दीपावली , रक्षाबंधन , नवरात्र हिन्दू त्योहार को मानता था 
  • अकबर सिख धर्म के तीसरे गुरुदास की पुत्री बीबी भानी को 500 बीघा जमीन दिया 
  • अकबर सिख धर्म के गुरू रामदास को 500 बीघा जमीन दिया 
  • अमृतसर में स्वर्णमंदिर का निर्माण सिखों के पांचवे गुरु अर्जुनदेव ने कराया 
  • अकबर ने मनसबदारी प्रथा का सुरुआत किया 
  • अकबर झरोखा दर्शन नवरोज त्योहार तुलादान जैसे रीति रिवाजों की सुरुआत किया 
  • अकबर ने टोडरमल के द्वारा दहसाला या जब्ती प्रणाली की सुरुआत कराया 
  • अकबर ने जागीरदारी प्रथा का सुरुआत किया 
  • अकबर के नवरत्न 
  • 1.बीरबल -महेशदास- मुख्य सलाहकार 
  • 2.तानसेन- रामतनु पांडे- राज गायक
  • 3.मानसिंह- सेनापति
  • 4.टोडरमल- वित्त मंत्री 
  • 5.अबुल फजल 
  • 6.अब्दुल रहीम-खाने-खाना 
  • 7.फैजी 
  • 8.मुल्ला दो प्याजा 
  • 9.फ़क़ीर अजीउद्दीन 
  • संगीतकार बैजू बावरा तथा हिंदी के प्रसिद्ध कवि तुलसीदास के समकालीन होते हुए भी नवरत्न में शामिल नही थे 
  • अबुल फजल ने अकबर की जीवनी अकबरनामा या तुजुक ए अकबरी लिखी 
  • आईने ए अकबरी की निजमुद्दीन अहमद ने किया 
  • मुत्तख़ब उल तवारीख की रचना अब्दुल कादिर बदायुनी ने किया 
  • अब्दुल कादिर बदायुनी ने रामायण तथा महाभारत का क्रमशः फ़ारसी भाषा मे अनुवाद रम्ननामा और रज्यनामा में किया 
  • मुगलवंश की राजकीय भाषा थी
इबादत खाना की स्थापना - 1575
  • मजहर की घोषणा - 1579
  • इलाही धर्म की स्थापना - 1582 
  • इलाही संवत का प्रारंभ - 1583 
  • इलाही धर्म स्वीकार करने वाला प्रथम हिन्दू बीरबल था

स्थापत्य कला 
  • अकबर दक्षिण भारत के विजय के उपलक्ष्य में फतेहपुर सीकरी नामक शहर बसाया और राजधानी बनाया 
  • फतेहपुर सीकरी में अकबर ने जामामस्जिद, बुलंददारवाजा, सलीम चिस्टिकीदारगाह, वीरबल महल जोधबाई महल, शिकार महल ,हवामहल, पंचमहल, शीशमहल,मरियम महल ,इबादत खाना का निर्माण कराया 
  • आगरा के लाल किला लाहौर ,अटक, अजमेर तथा इलाहाबाद का किला अकबर ने बनवाया 
  • अकबर के दरबार मे दशवंत तथा बशावन नामक प्रसिद्ध चित्रकार निवाश करते थे
जहाँगीर (1605-1627 ई0)
  • वास्तविक नाम -नुरुद्दीन मुहम्मद जहाँगीर
  • बचपन का नाम -----सलीम 
  • पत्नी 1.मानबाई (शाहबेग़म)--पुत्र-----खुसरो
        2.जोधाबाई/जगतगोसाई/मलिकाए जहाँ-------पुत्र-------खुर्रम
        3.मालिकाए जमाल ----पुत्र-----परवेज
        4.नूरजहाँ(मेहरुन्निसा)-------पुत्री-----लाडली बेगम 
         अवैध-----पुत्र-------शहरयार

  • मेहरुन्निसा मुग़ल साम्राज्य की सबसे बड़ी प्रशासिका थी 
  • जहाँगीर ने मेहरुन्निसा को नूरजहाँ की उपाधि दी 
  • नूरजहाँ के पिता का नाम ग्यासबेग़ था 
  • नूरजहाँ की माता का नाम अस्मत बेगम था 
  • अस्मत बेगम ने ही गुलाब की पत्तियों से इत्र बनाने का अविष्कार किया था 
1606 में खुसरो विद्रोह 
  • इस विद्रोह में खुसरो की मदद गुरु अर्जुन देव (सिख्खो के पाचवे गुरु ) ने की 
  • जहाँगीर ने अर्जुन देव की हत्या करवा दी और अपने ही पुत्र खुसरो को अँधा करवा दिया 
  • गुरु अर्जुन देव ने ही 1589 में स्वर्ण मंदिर का निर्माण शुरू कराया था 
  • 1608 में जहाँगीर के दरबार में आने वाला पहला ब्रिटिश नागरिक captain William Hawkins था 
  • जहाँगीर ने इसे captain खान की उपाधि दी थी 
  • जहाँगीर अपने न्याय   की जंजीर के लिए प्रसिद्ध था  और इसने 12 घोषणाएं करवाई थी। जिन्हे आईने - जहाँगीरी कहा जाता था 
  • तम्बाकू पर प्रतिबन्ध लगाने वाला पहला मुग़ल शासक था 
  • 1617 में जहाँगीर  ने अपने बेटे खुर्रम को अहमदनगर अभियान पर भेजा और खुर्रम ने अहमदनगर को मुग़ल साम्राज्य में मिलाया और इसी उपलक्ष्य में जहाँगीर ने खुर्रम को शाहजहाँ की उपाधि दी 
  • जहाँगीर के काल को चित्रकला का स्वर्णकाल कहा  जाता था 
  • जहाँगीर का सबसे प्रसिद्ध चित्रकार अबुलदसन तथा उस्ताद मनसूर खान था   
  • जहाँगीर ने जम्मू कश्मीर में शालीमार बाग़ लगवाया और जम्मू कश्मीर को स्वर्ग कहा 
  • 1627 ईo में लाहौर के सहादरा में जहाँगीर की मृत्यु हो गई और यही इसका मकबरा लाहौर के शाहदरा में  है 
  • यूरोपीय यात्रिओ का आगमन 
  • कैप्टन विलियम हॉकिंस  - 1608 
  • पालकेनिंग           -1612 
  • विलियम एडवर्ड       -1613 
  • सर टोमसरो          -1615 
  • एडवर्ड टेरी          -1615 
  • जहाँगीर के दरबार में जेम्स प्रथम को लेकर कैप्टन विलियम हॉकिंग्स 1608 ईo  में आया। यह यह तुर्की और फ़ारसी भाषा को जनता था 
  • जहाँगीर ने हॉकिंग्स को 400 का मनसब प्रदान तथा इंग्लिश खा तथा फिरंगी खा की उपाधि दिया 
  • भारत में व्यापारी सुविधा प्राप्त करने वाला प्रथम सर टामसरो था। जो 1615 ईo में जहाँगीर के दरबार आया 
  • शाहजहाँ ने अपने दो पुत्र दाराशिकोह तथा औरंगजेब को बंधक के रूप में नूरजहाँ के पास रखा 

जुनता गुट  
  • नूरजहाँ का पिता गियास बेगम को जहाँगीर ने एतमाद्दौला की उपाधि दिया 
  • मुग़ल वंश में पूरी तरह से संगमरमर से निर्मित प्रथम ईमारत आगरा में तमाद्दौला का मकबरा  है 
  • नूरजहाँ एक डिज़ाइनर थी जिसने विवाह के समय नूर महली नमक वस्त्र सिलाया 
  • नूरजहाँ शेरअफगान की विधवा थी। उसने अपनी पुत्री लाड़ली बेगम का विवाह सहस्यार से किया 
  • जहाँगीर से समय मेवाड़ राज्य मुगलो की अधीनता स्वीकार  कर ली 
  • जहाँगीर के समय मराठा उमरावर्ग (मुग़ल) में सम्मिलित हुए। 
  • जहाँगीर के समय मुगलराज्य में 15 प्रान्त थे इसके समय हिन्दुसरदारों  की संख्या सबसे कम थी 
शाहजहाँ (1627-1658ई0)
  • वास्तविक नाम। ------ शिहाबुद्दीन मुहम्मद शाहजहाँ
  • बचपन का नाम --------खुर्रम
  • माता--------मालिक ए जहाँ (जोधबाई/जगतगोसाई)
  • पिता -------जहाँगीर 
  • पत्नी --------------मुमताज़ महल (अर्जुमंद बनो बेग़म)
  • पुत्र------------ दाराशिकोह , औरंगजेब, शाहसुजा, मुराद
  • शाहजहाँ खुसरो के पुत्र दवारबख्श की हत्या कर गद्दी पर बैठा 
  • दावर बख्श को बलि का बकरा कहा जाता है 
  • शाहजहाँ ने नूरजहाँ को वार्षिक पेंशन देकर लाहौर में रख दिया 
  • शाहजहाँ ने अकबर के द्वारा प्रारंभ सिजदा और पायबोस प्रथा को समाप्त कर तहार-तस्लीम प्रथा की सुरुआत किया 
  • शाहजहाँ ने लाहौर में जहाँगीर का मकबरा बनवाया 
  • शाहजहाँ के काल मे मुगल प्रान्तों की संख्या 18 थी 
  • शाहजहाँ का सिख गुरु हरिगोबिन्द से युद्ध हुआ , जो 6ठे सिख गुरु थे 
  • शाहजहाँ के शासन काल को स्थापत्य कला का स्वर्ण काल कहा जाता है 
  • शाहजहाँ ने दिल्ली में शाहजहानाबाद नगर की स्थापना कराया और अपनी राजधानी दिल्ली बनाया 
  • मुगलवंश में बनाया गया अंतिम किला दिल्ली का लाल किला था जिसे अमीरखुसरो ने धरती का स्वर्ग कहा 
  • शाहजहाँ आगरा में यमुना नदी के किनारे विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का निर्माण अपनी पत्नी की याद में कराया , जिसे प्रेम का प्रतीक कहा जाता है 
  • ताजमहल में लगे संगमरमर को मकराना से लाया गया ,यह एक मकबरा है 
  • ताजमहल का प्रमुख स्थापत्यकार उस्ताद अहमद लाहौरी था 
  • ताजमहल का मुख्य मिस्त्री ईशा खाँ था 
  • शाहजहाँ दिल्ली में तख्ते ताउस मयूर सिंघासन का निर्माण कराया जिसमें कोहिनूर हीरा लगा था
  • शाहजहाँ आगरा के किले में मोती मस्जिद दीवाने आम, दीवानेखास, मुसम्मन बुज का निर्माण कराया 
  • शाहजहाँ 1698ई0 में दमा रोग के कारण बीमार पड़ा ,तथा उसके पुत्रो में उत्तराधिकारी का युद्ध हुआ

उत्तराधिकारी का युद्ध  tricks (बधसा खादे)
  • ब-बहादुरगढ़---14फरवरी 1698--शाह शुजा---शाही सेना
  • ध-धरमतगढ़ का युद्ध --15 अप्रैल 1658-शाहीसेना--औरंगजेब, मुराद
  • सा-सामूगढ़ का युद्ध- 29जून 1658 -दाराशिकोह--औरंगजेब, मुराद 
  • खा--खाजूआ का युद्ध--5मार्च 1659--शाहशुजा--औरंगजेब
  • दे-देवराई का युद्ध -13 मार्च 1659 --दाराशिकोह --औरंगजेब 
  • शाहजहाँ के पुत्रो दाराशिकोह , औरंगजेब , शाहशुजा , मुराद के मध्य उत्तराधिकारी का युद्ध हुआ 
  • औरंगजेब ने सामूगढ़ युद्ध के बाद सर्वप्रथम अपना राज्याभिषेक कराया 
  • औरंगजेब ने दाराशिकोह को न्यायालय के द्वारा अपराधी कर (धर्मविरोधी) मृत्युदंड दिला दिया 
  • शाहजहाँ की पुत्रियों जहाँआरा, दाराशिकोह, गौहन आरा, मुराद तथा रोशन आरा ने  औरंगजेब की सहायता की 
  • दाराशिकोह को शाहबुलंद इक़बाल या लघु अकबर कहा जाता है 
  • दाराशिकोह ने वेद, पुराण,तथा उपनिषदो का फ़ारसी भाषा मे अनुवाद कराया
  • सिर-ए-अकबर ,मजमून उल बहरीन नामक पुस्तक दाराशिकोह ने लिखा
  • शाहजहाँ के समय उत्तराधिकारी के युद्ध में सर्वप्रथम शाहशुजा ने बंगाल से विद्रोह किया
  • देवराय के युद्ध में दरा सिंह को पराजित किया और बंधी बनाकर उसे धर्म विरोधी घोषित करते हुए मृत्यु दंड दे दिया गया  
औरंगजेब (1658-1707ई0)
  • वास्तविक नाम ---मुहिद्दीन मुहम्मद, औरंगजेब
  • पिता---शाहजहाँ
  • माता ---मुमताज महल
  • पत्नी ---दिलरास बानो बेगम (रबिया बीबी),नवाब बाई, उदयपुरी महल
  • मुगलवंश में दो बार राज्याभिषेक औरंगजेब ने कराया
  • औरंगजेब ने एक साथ 80 करो को समाप्त कर दिया 
  • औरंगजेब ने झरोखा दर्शन, नवरोज,तुलादान सिक्को पर कलमा लिखवाना, संगीत, नृत्य एवं कला पर प्रतिबंध लगा दिया 
  • औरंगजेब ने लोगो के धार्मिक आचरण के जांच के लिए मोहतसिब नामक अधिकारी की नियुक्ति की 
  • औरंगजेब सिखों के 9वे गुरु तेगबहादुर को मृत्युदंड दे दिया 
  • 1681 ई0 में औरंगजेब ने अपने पुत्र अकबर का पीछा करते हुए दक्षिण भारत आया जो उसके लिए कब्रगाह सिद्ध हुआ 
  • औरंगजेब ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में अपनी पत्नी रबिया उद्दौरानी का मकबरा बनवाया जिसे दक्षिण भारत का ताजमहल कहा जाता है 
  • औरंगजेब की मृत्यु 3 मार्च 1707 को दक्षिण भारत मे हुई 
  • मुगल वंश का अंतिम शासक औरंगजेब था औरंगजेब कुशल विनवादक था 
        
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