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What is computer output device in hindi

कंप्यूटर के आउटपुट डिवाइस  (Output Device in Hindi)
 िकसी भी device के जब हम Computer में  कुछ input करने के बाद, हम जिस  Device में  output मिलता  है, उसे हम output device कहते है .  एक सवाल और इसका नाम Output दिया  गया है ये जान ले  सबसे पहले. देखिये  इसमें  दो शब्द है एक Out और दूसरा Put.
OUT का मतलब है बहार और PUT का मतलब रखना, पूरा मतलब आ बाहर रखना प्रॉसेस  डाटा को यह Device बाहर दिखाता  है. EX- Monitor, Speaker, Printer, Projector, Plotter etc.

आउटपुट डिवाइस के प्रकार
1.Moniter

यह एक electronic device है जो की output दिखाता है computers के लिए  एक बड़ा और अच्छा display resolution हमे fine graphics दिखाने में  मदद करता है. यह hardware, video card के इस्तेमाल से Video और Graphics Produce करता है. जैसे TV को  desk पर रखा  जाता है वैसे ही Monitor को Desk पर  रखा जाता है. 
इसका इस्तेमाल कंप्यूटर में Video, Image, Document, app को देखने के लिए किया  जाता है . अगर Monitor ही नहीं होता तब हम Computer के अंदर क्या हो रहा है.  क्या करना है कहाँ Click करना है हमे  कुछ भी पता नहीं रहता.HDMI, DVI, और VGA port से Monitor को Connectकिया जाता है. दुसरे Connectors है  USB, Display Port, और Thunderbolt.
 नए Monitor को खरीदने से पहले एक बात का ध्यान रहे दोनों Connector एक जैसे होने चाहिए . अगर आपका Computer VGA Support करता है और आप Monitor ले आए है  HDMI PORT का तो फिर कोई मतलब नहीं  रहेगा उसे लाने का . 
वैसे तो आज कल Multi Port Monitor बाज़ार में उपलब्ध है। 

Moniter दो प्रकार के है 
I. CRT Monitor( CATHODE RAY TUBE )
ये भारी और बड़े होते है  और  रखने के बहुत  desk space और electricity इस्तेमाल करते है . यह सबसे पुरानी इस्तेमाल की जाने वाली technology है. यह cathode ray tube technology आधारत है. जो की television के लिए  बनाए गए थे. आपको  ये मॉनिटर अभी  भी कही देखने को मिल जायेगा। 

 II. LCD Monitor: एक तरीके का flat panel display है. ये CRT के मुकाबले NEW TECHNOLOGY है. ये monitors कम desk space में इस्तेमाल किये जा सकते है   यह कम वजन के होते ह. यह monitors कम electricity इस्तेमाल  करते है .
ये मॉनिटर बहुत पहले ही  आ गए थे  ज्यादातर आपको यही मॉनिटर देखने को मिलेगा  इसका इस्तेमाल laptops और notebook computers पर , ये touchscreens का भी काम करते है . tablet computers, mobile phones पर भी इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। 

2. Printer

Printer एक output device है. जो computer की की  जानकारी को कागज पर छापता है. कागज पर output की यह प्रतिलिपि  hard copy कहलाती है. computer से Document का output बहुत तेज़ी से मिलता है  PRINTER  में एक बफर मेमोरी होती है जो कंप्यूटर से डॉक्यूमेंट को स्टोर करने के बाद ही  धीरे धीरे प्रिंट करता है   हम अब कंप्यूटर से प्रिंटर को डिसकनेक्ट कर दे तो  फिर भी  प्रिंट अपना काम करता रहेगा 
Technology   के अनुसार  Printers कई  प्रकार  के होते है

Daisy-wheel
इसमें  ink Ribbon के विरोध  Pins Strike करने के बाद Character बनता है. जब पिन  एक बार कागज से टकराती है तब वहां एक dot बनता है और कई सारे dots के मिलन  से एक character बनता है. ink-jet: एक प्लेन पेपर के उपर ink को Spray किया जाता है जिसे  High Quality Text और Graphics paper पर  draw होते  है 

Laser Printer
xerox machine में  जिस  टोपोलोजी का इस्तेमाल किया जाता है  वही Technology इसमें  भी है. Laser Printers से भी अच्छी  High Quality text और graphics प्रिंट कर सकते है 

Line Printer
इसमें एक ही लाइन में बहुत सारे Pins या Characters होते है . जिसे  एक Sentence को  प्रिंट करने में  काफी कम समय लगता है. बहुत  तेज़ होने के बावजू Low Quality Content Print करता है 

3. Plotter
यह एक ऐसी Output Device है जो की Computers के द्वारा  दिए गए  Commands के मुतािबक Picture draw करते है. Plotter और Printers में  काफी डिफरेंट  है इसमें पेन का इस्तेमाल  है  कुछ  draw करने के लिए  Multicolor Plotter अलग अलग तरह के  color के Pens का use करता है .Plotter का उपयोग बड़े  कागज पर उच्च गुढ़वत्ता  वाले graph प्राप्त  करने के लिए किया  जाता है.इसका उपयोग मुख्यतः  इंजीनियरिंग , भवन निर्माण, City Planning , map आदि के  किया  जाता है बजट के हिसाब से  ये device Printers से काफी महँगी होती है. इनका इस्तेमाल  Engineering Application  में किया जाता है

Dot-matrix
यह ball-head typewriter जैसा ही  रहता है. इस प्रकार  के Printer में  Plastic या Metal का बना हुआ चक्र रहता है. जिस पर  character बने रहते है . जब  एक हथौड़ा  ribbon के खिलाफ  दबाया जाता है. जिस पर  एक character बना रहता है. जब ये दवाब सफ़ेद कागज पर पड़ता है तब एक Character बनता है. इस प्रिंटर  से एकदम साफ  character प्रिंट  कर सकते है , लेकिन Graphics नहीं सकते है 

Thermal Printer
इसके नाम में  ही Thermal है. मतलब इसमें  heat Sensitive Paper का इस्तेमाल किया गया है. Heat Pins को Heat Sensitive Paper में push किया जाता है. इसका इस्तेमाल  Calculators और Fax Machine में  किया जाता  है 

Comments

  1. Thank you so much
    Very useful information

    ReplyDelete
    Replies
    1. hamare website par aane ke liye aapka bahut bahut dhanyawad
      aap hamre youtube channel ko bhi join kar sakte hai
      jiska naam FUTURE TECH RESEACH HAI

      Delete

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