मोमो चैलेंज से हुई भारत में पहली मौत
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे इस ब्लॉग में , मेरा नाम है मनीष ,दोस्तों एक बहुत ही बड़ी खबर आई है , की भारत में भी मोमो चैलेंज ने दस्तक दे दी है तो आज मै इसी बारे में आपको बताऊंगा की आखिर मोमो चैलेंज क्या है
मोमो चैलेंज क्या है और यह क्यों व्हाट्सप्प पर वायरल हो रहा है
दोस्तों आप लोगो ने कुछ दिनों पहले ब्लू व्हेल गेम के बारे जरूर सुना होगा इस गेम की वजह न जाने कितने मासूम बच्चो को अपनी जान गवानी पड़ी थी ,जिसने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा था ,इस गेम को तो समाप्त दिया गया है लेकिन एक और गेम आ चूका है , जो मोमो चैलेंज के नाम से इस समय व्हाट्सप्प पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है
क्या है मोमो व्हाट्सप्प मोमो चैलेंज :-
दरअसल मोमो चैलेंज एक खुनी 'खेल है जो व्हाट्सप्प पर आधारित है , ब्लू व्हेल गेम की तरह ही इसमें भी खतरनाक टास्क मिलता है , जिसमे सोशल मिडिया पर जापान के एरिया कोड वाला नंबर वायरल होता है ,व्हाट्सप्प पर कांटेक्ट नंबर सेव करने पर एक खतरनाक तस्वीर लगी प्रोफाइल सामने आती है प्रोफाइल में लगी तस्वीर का चेहरा 20ें16जापान के संग्रहालय में दिखाई गई एक मूर्ति से मिलता है , मिडिया के मुताबिक सबसे पहले मोमो चैलेंज की तस्वीर फेसबुक पर लोगो ने देखी थी , लैटिन अमेरिका के बाद यह खतरनाक खेल अमेरिका में लोगो की नींद हराम किये हुए है।
मोमो चैलेंज से भारत में पहली मौत , छात्रा ने नस काट लगाई फांसी :-
ब्लू व्हेल गेम के अब मोमो चैलेंज व्हाट्सप्प पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है इस खतनाक खेल से भारत में पहली मौत की खबर राजस्थान के अजमेर से सामने आई है। जहा मोमो गेम के चक्कर में दसवीं क्लास की छात्रा ने आत्महत्या कर ली , खबर के मुताबिक छात्रा ने जन्मदिन के तीन दिन बाद हांथो की नस काट और फांसी लगाकर जान दे दी , छात्रा के मोबाइल की ब्राउज़र हिस्ट्री , मोमो चैलेंज खेल के नियम और सरीर पर बने निसान से बात की आशंका जताई जा रही है।
दसवीं क्लास में पढ़ने वाली 15 साल की लड़की ने अपने जन्मदिन के तीन दिन बाद ही 31 जुलाई को आत्महत्या कर ली थी , अब पड़ताल में चला की मोमो खेल की वजह से उसने जान दी. जब उस लड़की की मोबाइल ब्राउज़र हिस्ट्री को चेक किया गया तो उसमे मोमो गेम के नियम और उस लड़की के सरीर पर बने निसानो से पता चला की यह मोमो गेम की वजह से जान गई है
कैसे बचाये बच्चो को इस गेम से :-
आज कल देखा जा रहा है हर एक बच्चो को पास स्मार्टफोन है और इंटरनेट पर पता नहीं क्या क्या सर्च करते रहते है और फिर एक ऐसी वेबसाइट पर पहुंच जाते है जहा से उनको निकलना मुश्किल होता है इस समय सभी अपने मोबाइल में व्हाट्सप्प , फेसबुक चला रहे है और कौन क्या पोस्ट कर रहा है , व्हाट्सप पर सेंड कर रहा है इसकी कोई जानकारी नहीं होती है , कभी कभी ऐसा होता है की हमारे व्हाट्सअप पर कोई लिंक आता है और हम बिना सोचे समझे उस लिंक पर क्लिक कर देते है फिर वह लिंक हमे ऐसे वेबसाइट पर लेकर जाता है जहा आपको ऐसा लगेगा की वह एक genuine वेबसाइट है लेकिन वह एक फर्जी वेबसाइट होती है जो आपके मोबाइल की जानकारी को एक्सेस कर सकती है या फिर आपके मोबाइल में spyware सॉफ्टवेयर इनस्टॉल हो सकता है जिससे आपकी मोबाइल हैक हो सकती है
बच्चे अक्सर ऐसे गेम के जाल में फंस जाते है ऐसे में अभिभावकों को विशेष ध्यान देने की जरुरत है माँ- बाप कुछ सावधानिया बरतकर इस गेम के चक्कर से अपने बच्चो को फंसने से रोक सकते है
1 . सोशल मिडिया अकाउंट पर बच्चो की गतिविधियों पर नजर रखे, क्या लिख रहे है , क्या पोस्ट कर रहे है , किससे बात कर रहे है , इसे नियमित रूप से चेक करे.
2 . आपको अपने और अपने बच्चो के के कांटेक्ट लिस्ट में अपने पहचान वालो के नंबर को सेव करके रखना है और,यह भी चेक करना है की कही आपके या फिर आपके बच्चो के मोबाइल में कही कोई अनजान नंबर तो सेव नहीं है इसका नहीं ख्याल आपको रखना है
3 . अपनी मोबाइल फ़ोन को एंटी वायरस से सुरक्षित रखे. इससे अनजान लिंक खोलने पर आपके मोबाइल में एक पॉप-अप खुल जाता है जो आपको उस वेबसाइट पर जाने से आपको रोकता है और साथ ही आपको अपने मोबाइल में पैटर्न लॉक लगाकर रखना है \
4 . बच्चे अगर ज्यादा गुमसुम , उदास नजर आये या फिर अचानक उनके व्यव्हार में परिवर्तन आये तो आपको उनकी ख्याल रखनी चाहिए
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